3 यूहन्ना
यूहन्ने री लिखी री तीजी चिट्ठी
भूमिका
यूहन्ने री तीजी चिट्ठी “बुजुर्गा” री तरफा ते मण्डल़िया रे एक अगुवे गयुसो खे लिखी थी। लेखक गयुसो री इजी री खातर तारीफ करोआ कऊँकि से दूजे मसीहिया री बऊत मताद करो था और साथे ई दियुत्रिफेस नाओं रा एक मांणूए ते सावधान रणे री चेतावणी बी देओआ।
रूप-रेखा
भूमिका 1:1-4
गयुसो री तारीफ 1:5-8
दियुत्रिफेसो री निन्दा 1:9, 10
दिमेत्रियुसो री सराह्ना 1:11, 12
निचोड़ 1:13-15
1
अभिवादन
1 ये चिट्ठी मां बुजुर्ग मांणूए री तरफा ते ए। आँऊ ये चिट्ठी मेरे प्यारे दोस्त गयुसो खे लिखणे लगी रा, जेस साथे आऊँ सच्चा प्यार करूँआ।
2 ओ मेरे प्यारे, मेरी ये प्रार्थना ए कि जिंयाँ तूँ आत्मिक तरक्की करने लगी रा, तिंयाँ ई तूँ सबी गल्ला रे तरक्की कर और ठीक-ठाक रओ।
3 कऊँकि जेबे पाईया आयी की तेरे तेस सच्चो री गवाई दित्ती, जेते पाँदे तूँ सच्ची चलेया, तो आऊँ बऊत ई खुश ऊआ।
4 माखे इजी ते बढ़ी की ओर कोई खुशी निए कि आऊँ सुणूँ कि मेरे बाल-बच्चे सच्चो पाँदे चलोए।
गयुसो री तारीफ
5 ओ मेरे प्यारे, जो कुछ बी पले काम तूँ तिना पाईया साथे करेया, जो परदेशी बी ए, से विश्वासी ऊई की करेया कर।
6 तिने परदेशी लोके मण्डल़िया सामणे तेरे प्यारो री गवाई दित्ती थी। जे तूँ तिना खे तिंयाँ बिदा करेगा, जिंयाँ परमेशरो रे लोका खे पला ए, तो अच्छा करोगा।
7 कऊँकि सेयो मसीह रे नाओं ते अच्छे काम करने खे निकल़ी रे और दुजिया जातिया ते कुछ बी मताद नि लंदे।
8 इजी री खातर एड़ेया रा स्वागत करना चाईयो, ताकि आसे बी सच्चो रे पक्षो रे तिना साथे ओऊँ।
दियुत्रिफेस और दिमेत्रियुस नाओं रे दो मांणू
9 मैं मण्डल़िया खे एतेरे बारे रे चिट्ठी लिखी थी, पर दियुत्रिफेस जो तिना बीचे बड़ा बणना चाओआ, आसा खे नि मानदा।
10 तो जेबे आऊँ आऊँगा, तो तेसरे कामो री, जो से करने लगी रा, याद करवाणी कि से म्हारे बारे रे बुरी-बुरी गल्ला बकोआ। इजी पाँदे बी तसल्ली ना करी की आपू ई विश्वासी पाईया खे नि मानदा। जेबे मण्डल़ी जो विश्वासी पाई बाअरा ते आओए, तिना खे मानणा चाओई, तिना खे बी मानणे ते ना करोआ और मण्डल़िया ते निकयाल़ी देओआ।
11 ओ मेरे प्यारे! बुराईया रे नि, पर पलाईया पीछे चलणे वाल़े बणो, जो पला करोआ, से परमेशरो री तरफा ते ए, पर जो बुराई करोआ, तिने परमेशर नि देखेया।
12 देमेत्रियुसो रे बारे रे सबी, बल्कि सच्चे बी आपू गवाई दित्ती और आसे बी गवाई देऊँए और तूँ जाणेया कि म्हारी गवाई सच्ची ए।
आखरी अभिवादन
13 मां ताखे बऊत कुछ लिखणा तो था, पर स्याईया और कलमा ते लिखणा नि चांदा।
14 पर माखे उम्मीद ए कि तां साथे चट ई मिलूँगा। तेबे आसा आमणे-सामणे गल्ल-बात करनी।
15 ताखे शान्ति मिलदी रओ। एथो रे दोस्त ताखे नमस्कार बोलोए। तेथो रे दोस्ता खे नाओं लयी-लयी की नमस्कार बोली देणा।