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केन आर हाबिल
1 जब आदम आपसी घोरवाळी हेवा क पास गोयो ती होयी भारेपाये होईन केन क जन्म आपी आरु कोयु, “हांवने योहोवा क सहायता सी एक पुर्य क जनम देदो छे।”
2 ओळतेन हुयी ओका भाई हाबील क वी जन्म देदी, हाबिल ते गाडरा बुकड़ा क गुळाळ्या बोन गोया, बाखुन केन भुमी क खेती कोरनेवाळो किरसान बोन्यो।
3 थुड़ाक दाहड़ा क वाद केन योहोवा क पास कोळी क उपज मा सी काहीन भेंट ली आयु (यहु 1:11)
4 आरु हाबील वी आपसा गाडरा बुकड़ा क काई एक पेहली पयदावारीन पीलान क भेंट चोढ़ावने ली आयो आरु ओकी चोरबी भेंट चोड़ाया; ती योहोवा न हाबिल आरु ओकी भेंट क ते ग्रहण कोर्यो, (इब्रा 11:4)
5 बाखुन केन आरु ओकी भेंट क हुयो कबुल नी कोर्यो। ति केन बेस रिसवाय गोयु, आरु ओका मुयो पोर उदासी छाय गोय।
6 ती योहोवा न केन सी कयो, “तु काहा रिसवाय रोयु? आरु तारा मुयो पोर उदासी काहा छाय गोयली छे?
7 काहमाईन तु भोलो कोरे, ती काय तारी भेंट ग्रहण न कोरी जासे? आरु काहमाईन तु भोलो नी कोरे, ते पाप झोपला पर छापायलो रोहे, आरु ओकी लालसा तारे भिनी रोहसे, आरु तुखे हेर पोर राज कोरनो छे।”
8 ती केन न आपसा भाईस हाबील सी काहीन कोयो; आरु जब हुये खोयड़ा मा हुता, ती केन न आपसा भाईस पोर होमलु कोरीन मार देदो।
9 ति योहोवा न केन सी पुछ्यो, “तारु भाई हाबील काँ छे?” हुयो कोयो, “मालुम नी; काय हांव आपसा भाई क राखवायु छे?”
10 हुयो कयो, तु काय कोरलु छे? तारा भाई क लुहुय कोळी मा सि मेसे आयड़ीन मार सी विनता कोरने बाज रोयो (इब्रा 12:24)
11 ओतरान कोरिन हिमी कोळी जी तारा भाई क लुहुय तारा हात सी पिने क लिय आपसो मुय उगाड़लो छे, ओकी भीनी सी तु शापित छे।
12 चाहे तु कोळी पोर खेती कोरे, ते वी ओकी उपज ओळी तुसे नी जोड़से, आरु तु कोळी पोर भटकने वाळा आरु भगोड़ा होयसे।
13 ती केन न योहोवा सी कयो, “मारो डोन नी वेठाये ओसो छे।
14 देख, तु आज क दाहड़े मेसे कोळी पोर सी निकाळो छे आरु हांव तारी निगाह क आड़ मा रोहीस आरु कोळी पोर भोटकने वाळु आरु भगोड़ा रोहीस; आरु जो काई मेसे मिळसे, मेसे मार देसे।”
15 ओसो कोरिन योहोवा न ओका सी कयो, “जो काई केन क मारसे हेनासी सात गुणा बोदलु लियु जासे।” आरु योहोवा न केन क लिय एक सोहलानी राख्यु ओसो नी होय की काई हेनाक मिळसे ने मार देये।
16 ति केन योहोवा क ओगोळ सी निकोळी गोयु आरु नोद नावोन देश मा, जे अदन क उगेवनो भिनी छे, रोहने लाग्यु।
केनन अवलियाद
17 जब केन आपसी घोरवाळी क पास गोयो ती हुयी भारेपाये होयी आरु हनोक क जन्म देदी; ओळतेन केन न एक नोगोर बोसाड़्यो आरु हेना नगर क नाव आपसा पुर्या क नाव पोर हनोक पाड़्यो।
18 हनोक सी ईराद पोयदा हुयो, आरु ईराद महुयाएल पोयदा हुयो आरु महुयाएल सि मतुशाएल, आरु मतुशाएल सी लेमेक पोयदा हुयो।
19 लेमेक न दुय बायोर ईयाव कोर्यु: जिनामा सी एक क नाव आदा आरु दुसरा क सिल्ला छे।
20 आदा न याबाल क जन्म देदो। हुयो हेनु मानशो क बाबो हुतो जो तंबु मा रोहता हुता आरु ढुरो क पाळन कोरने जिवन जिवता हुता।
21 ओका भाई क नाव युबाल हुतो: हुयो हेनु मानशो क बाबो हुतो जी वीणा आरु पाळवी वाजाड़ता हुता।
22 आरु सिल्ला न वि तुबल केन नामक एक पुर्या क जन्म देदो: हुयी पितळ आरु लुहड़ा क आखा धारवाळा होतीयार क गुपायनेवाळा हुता। आरु तुबल केन क बोहनीस नामाह होती।
23 लेमेक न आपसी लाड़ी सी कयो,
हे आदा आरु हे सिल्ला मारी सोमळु;
हे लेमेक क घोरवाळी, मारु वात पोर कानटा लागाड़ु:
हांव एक मानुसक जे मेसे चुट लागाड़तो हुतो,
अर्थात एक जुवान क जो काई मेसे घायोल कोरता हुता, घात कोरलो छे।
24 जब केन क बोदलु सातगुणा लियो जासे।
ती लेमेक क सतहत्तर गुणा लेयो जासे (मत्ती 18:24)
शेत आरु एन
25 आरु आदम आपसी घोरवाळी क पास ओळी गोयो; आरु ओको एक पुर्या क जन्म देदो आरु ओको नाव यो कोहीन शेत पाड़्यो कि परमेश्वर न मारे लिय हाबील क बोदले, जेनाक केन मार्यो हुतो, एक आरु ओवलियाद आप्यो (उत्प 5:3-4)
26 आरु शेत क वी एक पुर्य पोयदा हुयो आरु ओको नाव एनोश पाड़्यो। तेने टेमे सी मानशे योहोवा सी विनता कोरने लाग्या।