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मानुसजाती नु भुण्डलो काम
1 ओळतेन जोत्यार मानसे कोळी क उपोर घोना बोढ़ने लाग्या, आरु ओका पुरायटा पोयदा होय,
2 ती परमेश्वर क पुर्या न मानसो क पुरायटा क देख्या, कि हुये घाटावा छे, आरु हुये जेनु जेनुक चाहया तेरेसी ईयाव कोर लेदा।
3 ति योहोवा न कयो, “मारो जीव मानुस सी होमीसा विवाद नी कोरसे, काहकी मानुस वी डीलुत छे; ओकी उमोर एक सोव साल होयसे।”
4 तेनु दाहड़ा मा कोळी पोर दानव रोहता हुता; आरु ओका वाद जोत्यार परमेश्वर क पुर्या मानुसक पुरायटा क पास गोया ती ओका लारे जे पुर्या पोयदा हुया चे शुरवीर होता, जेन्दरी वात पेहले घोनी चालतली। (गिनती 13:33)
5 योहोवा न देख्यो कि मानुसक बुराय कोळी पोर बोढ़ गयली छे, आरु ओका मन क विचार मा जो काइ पोयदा होये चो घोनोस भुण्डो होये छे। (मत्ती 24:37, लुका 17:26, 1 पतरस 3:20)
6 आरु योहोवा कोळी पोर मानुसक बोनावने सी पोछतायो, आरु हुयो मोनो मा घोनो दुखी हुयो।
7 ती योहोवा न कयो, “हांव मानुसक जेनुक हांव बोनवलु छे कोळी पोर सी मिटाड़ दिस; काय मानुस, काय ढुरे, काय रेंगनेवाळा जिवे, काय वादळा क चिल्ला, सब काई मिटाय दिस, काहकी हांव हेनुक बोनावने सी पोछतायो।”
8 बाखुन योहोवा क गिन क निगाह नुह पोर बोनी रोही।
नुह
9 नुह नु ओवलियाद यी छे। नुह धोरमी मानुस आरु आपसे टेमे क मानषो मा खोरु होतु ;आरु नुह परमेश्वर पुठी चालतु रोयु।
10 आरु नुह सी शेम, आरु हाम, आरु येपेत नावोन तीन पुर्या पोयदा हुया।
11 तेने टेमे कोळी परमेश्वर क निगाह मा बिगड़ गोय होती, आरु झगड़ो करावनो सी भोराय गोय होती।
12 आरु परमेश्वर न कोळी पोर जी निगाह कोर्यो ती काय देख्यो कि हुयी बिगड़ी होयली छे; काहकी आखा जिवे न कोळी पोर आपसो चाल चलन बिगाड़ लेदा हुता।
13 ती परमेश्वर न नुह सी कयो, “सब जिवो क खोतोम कोरने क सोवाल मारे ओगोव आय गोयलो छे काहकी हेन्दरे कारण कोळी झगड़ो करावनो सी भोराय गोयली छे, ओतरान कोरिन हांव हेनुक कोळी भेळ नाश कोर दीस।
14 ओतरान कोरिन तु गोपोर झाड़ क लाकड़ा क एक ढोन्डयो बोनाव, तेरेमा खुल्या बनावजी, आरु माहाय खोयड़े हेना पोर राल लागाड़जी।
15 इने रीते तु बोनावजी: ढोन्डया क नाम्बाय तीन सोव हात, चोवड़ो पोचास हात, आरु उचो तिस हातोन रोहे।
16 ढोन्डया मा एक खिड़की बोनावजी, आरु एक हात उपोर सी ओकी छोत बोनावजी, आरु ढोन्ड्या क एकुत झोपलु राखजी; आरु ढोनड्या मा पेहलु, दुसरु, तिसरु खोण्डे बोनावजी।
17 आरु सोमोळ, हांव आपसुत कोळी पोर मोटलु पानी पाड़िस आखा जीवोक, जिनामा जिवोन जीवे, वादळान नेड़ा सी नास कोरने मा छे; आरु आखा जो कोळी पोर गोथा मोर जासे।
18 बाखुन तारे साते हांव वायदु बान्दो; ओतरान कोरिने हुयु आपसा पुर्या, लाड़ी, आरु उहड़सीया भेळ ढोनड्या मा भोराय जाजी।
19 आरु सब जीवतला जिवो मा सी तु एक एक जाती क दुयदुय, यानी एक नर आरु एक मादा ढोनड्या मा ली जाईन, आपसे साते जिवतला राखजी।
20 एक एक जाती क चिल्ला, आरु एक एक जाती क ढुरे, आरु एक एक जाति क कोळी पोर रेंगनेवाळा, सब मासी दुय तारे जुळ आवसे, कि तु हेनुक जिवतला राखे।
21 आरु भाती भातीन क खानो चिज जे खातला छे, ओको तु लिन तारे जुळ एकठो कोरीन राखजी; जो तारे आरु ओका खाने क लिय होयसे।”
22 परमेश्वर क इनी हुकुम क ओनसारे नुह न कोर्यो। (इब्रानियो 11:7)