7
इसराएलन के आचरण का नास
1 वीखु छे मारे पर, हांव ते उना मानुसन सारको हुय गीयो जो तपन दाहड़ा मा फोव तुड़ने पर, या रयली अंगूर क एखटा करनेन टेमे आखरी मा आय जाय, मतको तो पाकला अंजीर न लालुच हुती, पुन खाने करीन घुमचो नी रयो।
2 भक्त लोगहन धरती पर सी नास हुय जासे, आरु मानुसो माईन एक बी जन सुतरो नी रयो; त्या सब हत्यान वीचार बनावे, आरु जाळ लगाड़ीन आपसा भाइस क वाटे बी फांदो न्हाके।
3 त्या आपसा दुयू हाथ सी मन लगाड़ीन बुराय करो; आदीकारी रुप्या मांगे, आरु नीयाव करने वाळा पयसिया खाने करीन तीयार रये, आरु मोटला मानसे आपसा मन मा वुराय न पुरावो लरे; इनीये रीतीये सी सब मेळीन जाळसादी करे।
4 हेनु माईन जो सब सी वारु छे, ती काटा वाळा झाड़कीयान सारका दु:क देने वाळा छे, जो सब सी सुदा रये, त्या काटा वाळी वाड़ सी बी भुण्डो छे। थारा राखवाळीया न टाकलो दण्डन दाहड़ो आय गीयो। हांय त्या छाटलात् भटकी जासे।
5 साते वाळा पर भुरसु मा करो, वारला जुस्तीदार पर बी भुरसु झुन राखता, पुन आपसी घर वाळि सी बी चौकचौळीया रयीन बुलजो।
6 काहकी बेटुस हेका बाप क रीकामो समझे; बवेटीस हेकी माय क वीरुध करे; वोवड़ी हेकी सासुस नी वीरुध करे; घरुजुन लोगहन घरवाळा न वेरी बन जाय,
7 पुन हांव योहोवा न भेणी देखतो रयीस, हांव मारा छुड़ावने वाळा परमेस्वर न वाट जुळतो रयीस; मारो परमेस्वर मारी समळसे।
छुटकारु परमेस्वर रयीन
8 ओ मारी वेरी मारे पर खुस मा हुये; काहकी जसो हांव नेचो पड़ीस तसोत् पछो उठीस; आरु कदाम हांव आंधारा मा बी पड़ीस ते बी मारो वीजाळो मारु पोरबु रयसे।
9 हांव योहोवा भगवान न वीरुध मा पाप करलो छे, इना कारण सी उना टेम तक हेकी रीस क झेलतो रयीस जव तक त्यो मारो नीयाव नी चुकाड़ देय।
10 यो देखीन म्हार वेरी लाजवाय जासे, काहकी त्यो कयलो हुतो, तारो परमेश्वर काह छे? त्यो गळीन कीड़आन सारको रोन्दळाय जासे, तव हांव मारा डुळा सी देखीस।
11 ओ योरुसालेम जव तारा सोहोरोन भितड़ो बोनावनेन दाहड़ा आवसे, तेने दाहड़े तारो सेड़ो बोड़ाय देसे।
12 उना दाहड़े ओस्सुर सी मिसर देस तक मिसर सी फरात नदी तक, एक दरीया सी दीसरे दरीया तक, एक बोयड़ा सी दीसरे बोयड़े तक रयने वाळा तारे जुळ आवसे।
13 पुन यो देस हेका रयने वाळान कामोन कारण उजड़लोत् रयसे।
इसराएल पर परमेस्वरन दया
14 तु थारी लाकड़ी लीन आपसी मानसो क चराव, थारा वाटान गाडरा बुकड़ान क जो करमेलन जंगल मा अलग बठली छे; त्या वेगला वारान समान बासान आरु गीलाद मा चोर्या करे।
15 जसो की मिसर देस सी हामुक बाहर नीकाळ लायो, तव तु वीनछेळीयो काम देखाड़लो हुतो। तसोत् हामुक ओळी देखाड़ दे।
16 सब देस हेकी आखी ताकत क देखीन आपसी ताकत न वाराम लजवायसे; त्या आपसो मुय को हात सी सातसे, आरु हेनका कान्टा बेहरा हुय जायसे।
17 त्या घड़सान सारका धुळो चाटसे, आरु धरती पर रगड़ायनीया जनवारीयान तसा आपसा कीला मा रयीन बाहर नीकळसे; त्या हामरा परमेस्वर योहोवा न पास कापती जाईन आवसे, आरु त्या थार सी बीह जासे।
18 तारे सारको असो परमेश्वर काह छे जो पाप क माफ करे आरु हेका वाचला लोगहन क गुणाक ढाक देय? त्यो आपसी रीस क जलोम राखलो नी रये, काहकी त्यो दया सी खुस हुये।
19 त्यो हामरे पर ओळी दया करसे, आरु हामरा बुरायीन काम क रौंदळी देसे। तु हेनका पापोन क उंडला दरीया मा न्हाक देसे।
20 तु याकुबन वारा मा यी छाचाय, आरु अब्राहमन वारा मा दया पूरी करसे, जीनी कसम क तु वेगला वारान दाहड़ा सी लगाड़ीन अब तक हामरा आड़ा बुड़ा सी खाता आवला छे।