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1 परमेश्वरक सामने आ मसीह यीशुक सामने, जे मरल सभक आ जीवित सभक न्याय करताह, हम अहाँ केँ आज्ञा दैत छी। हम ई आज्ञा मसीह यीशुक फेर अयनाइ आ हुनकर राज्य केँ ध्यान मे राखि कऽ दैत छी जे,
2 परमेश्वरक वचनक प्रचार करू, समय-असमय एहि मे लागल रहू। पूरा-पूरी धैर्य राखि शिक्षा दऽ कऽ लोक सभ केँ समझाउ-बुझाउ, चेतावनी दिअ, आ हिम्मत बढ़ाउ।
3 किएक तँ एहन समय आबि रहल अछि जखन लोक सभ सही शिक्षाक बात सुनब बरदास्त नहि करत, बल्कि अपना इच्छाक अनुसार अपना चारू कात तेहन शिक्षक सभक भीड़ जमा करत जे ओकरा सभ केँ वैह बात सुनौतैक जे ओ सभ सुनऽ चाहैत अछि।
4 ओ सभ सत्य केँ सुनऽ काल मे कान मुनि लेत आ कपोल-कल्पित खिस्सा-पिहानीक पाछाँ दौड़त।
5 मुदा अहाँ प्रत्येक परिस्थिति मे सचेत होउ, कष्ट उठाउ, सुसमाचार-प्रचारक काज मे लागल रहू आ अपन सेवा-काजक सभ कर्तव्य पूरा करू।
पौलुसक दिस सँ किछु अन्तिम निवेदन, सल्लाह और नमस्कार
6 कारण, हम आब बलि कयल जाय वला छी। हमर चलि जयबाक समय आबि गेल अछि।
7 हम नीक लड़ाइ लड़ि लेलहुँ, अपन दौड़ पूरा कऽ लेलहुँ और अपन विश्वास पर अटल रहलहुँ।
8 आब हमरा लेल पुरस्कार राखल अछि—धार्मिकताक ओ मुकुट जकरा उचित न्याय कयनिहार न्यायाधीश, प्रभु, हमरा ताहि दिन देताह जहिया ओ फेर औताह, और से मात्र हमरेटा नहि, बल्कि ओहि सभ लोक केँ जे सभ प्रेमपूर्बक हुनकर अयबाक दिनक प्रतीक्षा कऽ रहल अछि।
9 हमरा लग जल्दी अयबाक प्रयत्न करू,
10 किएक तँ देमास एहि संसारक मोह मे फँसि कऽ हमरा छोड़ि देलक आ थिसलुनिका चल गेल अछि। क्रेसकेंस गलातिया गेल छथि आ तीतुस दलमतिया।
11 मात्र लूका हमरा लग छथि। मरकुस केँ अपना संग लेने अयबनि, कारण, हमरा सेवा-काज करऽ मे हुनका सँ बहुत सहायता भेटैत अछि।
12 हम तुखिकुस केँ इफिसुस पठौने छियनि।
13 अहाँ जखन आयब तँ हमर कम्बल जकरा हम त्रोआस मे करपुसक ओतऽ छोड़ने छलहुँ, आ पोथी सभ, खास कऽ चमड़ा वला पोथी सभ, लेने आयब।
14 सिकन्दर सोनार हमरा बहुत हानि पहुँचौलक। प्रभु ओकरा ओकर काजक फल देथिन।
15 ओकरा सँ अहूँ सावधान रहू, किएक तँ ओ हमरा सभक उपदेश सभक घोर विरोध कयलक।
16 पहिल बेर जखन हमरा कचहरी मे अपन सफाइ देबऽ पड़ल तँ केओ हमर संग नहि देलक, सभ केओ हमरा छोड़ि देलक। प्रभु करथि जे ओकरा सभ केँ एहि बातक लेखा नहि देबऽ पड़ैक!
17 मुदा प्रभु हमरा संग रहलाह आ हमरा सामर्थ्य देलनि, जाहि सँ सभ जातिक लोक केँ हम हुनकर शुभ समाचार पूर्ण रूप सँ सुना सकिऐक। एहि तरहेँ हम “सिंहक मुँह” सँ बचाओल गेलहुँ।
18 प्रभु हमरा दुष्ट सभक हर षड्यन्त्र सँ बचौताह आ अपन स्वर्गीय राज्य मे सुरक्षित लऽ जयताह। हुनकर गुणगान युगानुयुग होइत रहनि। आमीन।
19 प्रिस्किला और अक्विला केँ आ उनेसिफुरुसक घरक सभ लोक केँ हमर नमस्कार कहिऔन।
20 इरास्तुस कोरिन्थ नगर मे रहि गेलाह और त्रोफिमुस केँ हम मिलेतुस नगर मे बिमार छोड़ि आयल छी।
21 जाड़ शुरू होयबा सँ पहिने चल अयबाक प्रयत्न करू। यूबुलुस, पुदेंस, लिनुस, क्लौदिया और अन्य सभ भाय लोकनि अहाँ केँ नमस्कार कहैत छथि।
22 प्रभु अहाँक आत्माक संग रहथि। अहाँ सभ पर हुनकर कृपा बनल रहय।