10
1 मरला मखड़ान कारन वारु गंधायने वाळो तेल सड़ने आरु गंधायने लाग जाय; आरु थुड़ीक डाहळाय, अकोल आरु विजुत क घटाय देय।
2 ओकोलवाळान मोन वारली वात भेनी लागलो रोवे पुन विनअकलियान मोन बुराय भेनी लागलो रोवे।
3 जव विनओकलीयो वाट्ये चाले ती हेका चालनेन लारेत् हेरी विनओकोल देखाय जाय। जेरेसी आखा मानसे देख लेये की त्यो विनओकलीयो छे।
4 कदाम तुमरा आदिकारीन रीस तुमरे पर भड़के, टी आपसो जागो झुण छुड़ता, काहकी गोम राखने सी मोटा मोटा पाप रुक जाय।
5 एक बुराय छे जो हांव धरती पर देखीयो, त्यो राज कोरन्यान भुल सी हये;
6 विनअकलीयान क उचला जागा पर बठाड़े, आरु मातभर लोगहन नेचा बठे।
7 हांव पावरीयान क घुल्ला पर जातला आरु आदिकारीयान क पावरीयान सारका धरती पर चालतला देखीयो।
8 जो खाडो खोदे त्यो उनात् मा पड़से आरु भीतड़ो तुड़े हेको घोड़सु ठुनुक देसे।
9 जो सेड़ान क दगड़ो हटाड़े हेको दगड़ा सी झट लागसे। आरु जो सेड़ान लाकड़ा काटे हेको हेका सी बीक लागसे।
10 कदाम कुलाहड़ी भटड़ी हय आरु हेकी धार क तीखी नी करे, ती तेखे काम मा लावनेम जादा ताकत लगाड़नो पड़से। पुन काम ते पुरो अकोल सी हये।
11 कदाम मंत्र बुलने वाला सी पेहले घोड़सु ठुनुक दी देय, ती मंत्र बुलनेवाळाक काय बी फायदो नी हये।
12 अकोल वाळान बुलन लारे दया हुये, पुन विनअकलियो आपसा बुलन लारे नाश हुय जाय।
13 हेका बुलन शुरु हुयनो विनअकोल सी, आरु हेको खतम हुयनो मोटा दु:ख सी गांडवायनो हुये।
14 विनकलियो घणी वातन क वदाड़ीन कये, ती कोय मानुस नी जानतो की काय हुयसे, आरु कोय देखाड़ सके कि हेको बाद मा हुयने वाळो छे?
15 विनअकलियान क काम करने सी थाक जाय, या तक कि त्यो नी जानतो कि नगर भेणी कसो जानो।
16 ए देश थारे उपर विखु जव थारो राजा पावरीयो छे आरु थारा आदिकारीया दाहड़ीन खाने पीने मा लाग जाय।
17 ए देश तु सयाळो छे जव थारो राजा वारला घराना माईन छे; आरु थारा आदिकारीया टेम पर खाय, आरु त्यो बी छाकने करीन नी पुन ताकत वोदाड़ने करीन।
18 आळसीन कारण सी घरन छत नेचो हुटपड़े आरु सुसतीन कारण सी घर चुळने लाग जाय।
19 लोगहन खानो खाईन खुशी मारे, आरु मोंद सी खुशी जड़े; आरु रिपिया सी सब काय जड़ जाय।
20 आपसा मन मा बी राजा क भुण्डलो बुल झुण कये, नी ते धनी मानुस क थार घरन कुठार मा बी भुण्डला बुल झुण कये; काहकी कोय आकाश चिल्ला थारा बुल क लीजात रयसे, आरु उड़ने वाळो जन्तु उनी वात क उजेन्ती कर देसे।