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बिन्यामीन क पुठी मिसर देश जानो
1 देश मा काव आरु वी बेस जोबोर होयतो गोयो।
2 जव त्यो ओन जो हुये मिसर सी लि आया होता, सोर गोयो तो हेन्दरो बाबु न हेनुक कोयो, “ओळी जाईन आपने लिय थुड़ोक सो खानेन चीज मुले ली आवु।”
3 ती यहुदा न हेनुसी कोयु, “हेयो मानुसन आमुक चेतावनी आपिन कोहलो, ‘काहमाईन तुमरो भाई तुमरे साते नी आवे, ती तुमु मारे ओगोळ नी आय पावसु।’
4 ओतरान कोरिन काहमाईन तु आमरा भाई क आमरे साते नी मुकले, ति ते हामु जाईन तारे जुगु खानेनचीज मुले ली आवसु;
5 बाखुन काहमाईन तु हेनाक नी मुकले, ती आमु नी जाजे, काहकी हेना मानुसन आमरे सी कोयो, काहमाईन तुमरो भाईश तुमरे साते नी होय, ती तुमु मारे ओगोळ नी आय पावसु।”
6 ती इस्राएल न कोयो, “तुमु हेना मानुसक यो कोया की आमरु एक आरु भाईष छे, काहा मारेसी भुण्डो बर्ताव कोर्यु?”
7 हुयो कोयो, “जब हुयो मानुसन आमरी आरु आमरे कुटुम्बयो क स्थिति क वारा मा इने रिते पुछ्यो, ‘काय तुमरु बाबु हिमी लोगुन जिवतलु छे? काई तुमरु काई आरु भाईष वी छे?’ ती हामु इनु सोवालो क ओनसारे हुयो वर्णन कोर्यु; ओळी हामु काय जानता हुता कि हुयो कोहसे, आपसा भाई क याँ ली आवु।”
8 ओळी यहुदा न आपसा बाबा इस्राएल सी कोयो, “हेन पुर्या क मारे पुठी मुकली देवु, की हामु जात रोहजे; एनासी हामु, आरु तु, आरु आमरा बाळ बोच्चा मोर नी पावसे, बाखुन जुवतला रोहसे।
9 हांव हेरु जामनी होयो; मारात हातो सि तु पोछू लावजी। काहमाईन हांव ओको तारे पास पुगाड़ीन ओगोळ नि उबो कोर दोम, ती ते हांव होमीसा क लिय गुनावु कोवाईस।
10 यदि हामु मानषो क वार नी कोरतु, ति हान्जु लोगुन दुय कावार पौछा आत रोहता।”
11 ती हेन्दरु बाबु इस्राएल न हेनुक कोयु, “काहमाईन छाचीन ओसीत वात छे, ती यो कोरु; इना देश क वार वारु चीजो मासी काई काई आपना थोयला मा हेना मानुसक लिय भेंट ली जावु: जोसो थुड़ो सो डीग, आरु थुड़ो सो मधु, आरु काई गोंदायन्यो तेल, आरु गन्धरस, पिस्ते, आरु बादाम।
12 ओळी आपना आपना सात दुना रिपिया ली जावु; आरु जे रुप्या तुमरा थोयला क मुयावा पोर मेकलो पोछो आप देदलो हुतो, तेनाक वी लेता जावु; काहमाईन यो विसरीन सी होयो होय।
13 आपसा भाई क वी पुठी लीन हेना मानुसक पास ओळी जावु,
14 आरु जुरभोर्यु परमेश्वर हेना मानुसक तुमरे पोर गिन कोरसे, जेरेसे कि हुयो तुमरा दिसरा भाई क आरु बिन्यामीन क वी आवने देय: आरु काहमाईन हांव वीगुर ओवलियाद न होयो ती हयने देवु।”
15 ती हेना मानषो न होयी भेंट, आरु दुय गुना रिपिया, आरु बिन्यामीन क वी पुठी लिज्या, आरु चाल देदा आरु मिसर मा पुगीन युसुफ क ओगोळ उबा होया।
16 हेन्दरे पुठी बिन्यामीन क देखीन युसुफ न आपसा घोर क आधिकारी सी कोयु, “हेनु मानषो क घोर मा पुगाड़ देवु, आरु पशु मारिन खानेन तियारी कोरु; काहकी हुये मानसे सिरान मारे साते खासे।”
17 ती हुये आधिकारी मानुस युसुफ क कोहनेन ओनसारे हेनु मानषो क युसुफ क घोर मा लि गोया।
18 जोत्यार हुये युसुफ क घोर मा पुगाड़ देदा ती हुये आपसात बिहता जाईन कोहने लाग्या, “जो रिपिया पेहली वार आपना थोयला मा पोछा आप देदला होता, हेरे जुगु आपनुक माहाय बुलावलो छे; जेरेसे कि हुयो मानुस आपने पोर टुट पोड़े, आरु हेरे होको मा कोरीन आपसा दास बोनावे, आरु आपना गोदड़ा क वी हापकी लेय।”
19 ती हुये युसुफ घोर क आधिकारी क धोड़े जाईन घर क झपला पोर ओसा कोहने लाग्या,
20 हे आमरा पोरबु, जोत्यार हामु पेहली कावा ओन मुले लेने आया हुता,
21 ती हामु घर जानेन टेमे सराय मा पुगीन आमरा थोयला उगाड़्या, ती काय देख्या, की एक एक जन क पुरो पुरो रिपिया ओका थोयला क मुयावा पोर मेकला छे; एकालिय हामु ओको आपसा सात ओळी लिन आवला छे।
22 आरु दिसरा पोस्या वी खानेन चीज मुले लेने क लिय लावला छे; हामु नी जानजे क आमरा पोस्या थोयला मा कुन मेक देदो हुतो।
23 हुयो कोयो, “तुमरो वारलो होय, मा बिहयु: तुमरु परमेश्वर, जुळ तुमरु पिता क वी परमेश्वर छे, हुयोत तुमुक तुमरा थोयला मा धोन आप्यो होसे, तुमरा रुप्या ते मेसेक मिळी गोया हुता।” ओळी त्यो शिमोन क निकाळीन हेनका पुटी कोर देदो
24 ती हेना जन न हेनु मानषो क युसुफ क घोर मा लि जाईन पानी आप्यु, ती हुये आपसा पायो क धुया; ओळी हुये हेन्दरा गोदड़ा च्यारु आप्यो।
25 ती यो सोमळीन, की आज आमुक यात खानो छे, हुये युसुफ क आवने क टेमे लोगुन, यानी सिरान लोगुन, हेरे भेंट क एकठो तीयार कोरीन मेक्या।
26 जोत्यार युसुफ घोर आयो ती तेनी भेंट क, जो हेन्दरा हातो मा होतो, ओका ओगोळ घोर मा ली गोया, आरु नेड़ा पोड़िन हेनाक वांदया।
27 हुयो हेनुक हालचाल पुछ्यो आरु कोयो, काय तुमरु डुकरु बाबु, जेरी तुमु वात कोरला, वारलु छे की? काय होयु हांजु लोगुन जिवतलु छे?
28 हुये कोया, “हाव तारु दास आमरु बाबु वारलु छे आरु हिमि लोगुन जिवतलु छे।” ती हुये मुनको झुकाड़ीन ओळी वांद्या।
29 ती हुयो डुळा उचाकोरीन आरु आपसा सोगा भाईष बिन्यामीन क देखीन पुछ्यो, “काय तुमरु यु नानलु भाईश, जेरी वात तुमु मार सी कोर्या हुता, यु छे?” ओळी हुयो कोयो, “हे मारा पुर्या, परमेश्वर तारे पोर गिन कोरे।”
30 ती आपसा भाईष क मोंगो सी मोन भोर आवने क कारण आरु यो विचारीन कि हांव काँ जाईन रोड़ो, युसुफ तोत्यारुत आपसा कोपरा मा गोयु, आरु चाँ रोड़ पोड़्यु।
31 ओळी आपसो मुय धुवीन निकोळी आरु, आरु आपसा क हुगु कोरीन कोयु, खानो निकावु।
32 ती हुयो हेरे वाटू ओहोग, आरु भाष्यो वाटू वी ओलोग, आरु जे मिसरी हेरे साते खाता होता, हेन्दरे वाटू वी ओलोग, खानो निकाया; ओतरान कोरिन कि मिसरी इब्री क पुठी खानो नी खाय सोकतला, बाखुन मिसरी ओसो कोरनो घाड़ाय सोमझता हुता।
33 ती युसुफ क भाई ओका ओगोळ, मोटा मोटा पेहेल, आरु नाना नाना पोछोल, आपसा-आपसा अवस्था क ओनसारे, वारी सी बोसाड़्या; यो देखीन हुये विस्मित होईन एक दिसरा भिनी भावने लाग्या।
34 ती युसुफ आपसे ओगोळ सी खानेन चीजे चुटी चुटीन हेन्दरे पास ली मुकलने लाग्यु, आरु बिन्यामीन क आपसा भाष्यो सी पाँचगुना खानेनचीजे मिळी। आरु हुये ओका पुठी मन गोंहतो खादा पिदा।